Sunday 16 June 2019

सरकारी स्कूल राजस्थान कंप्यूटर लैब की स्थिति व अनुदेशक की आवश्यकता

क्या है ऑनलाइन सिस्टम व विधालय में लैब के साथ रोजगार कैसे पाए !

आज के युग में हम देखे तो हर काम अब ऑनलाइन हो गया है लोगो ने अब हर काम को कंप्यूटर के भरोसे पर छोड़ा है आज हम घर बैठे ऑनलाइन सामान, कोई ऑनलाइन भर्ती के लिए आवेदन, मनोरजन के साधन के रूप में उपयोग तथा घरेलु कार्य आदि घर बैठे समय बचाए कंप्यूटर, मोबाईल फोन, लैपटॉप आदि के माध्यम से कर सकते है जिनसे आने वाले समय में इन्टरनेट की दुनिया में बहुत बड़ी प्रगति देखने को मिलेगी और लोग जागरूक होकर इन्टरनेट की दुनिया में अपना कदम रखकर एक नई दिशा में अग्रसर होने का प्रयत्न कर रहे है चाहे घर से, दुकान से, ऑफिस से, बाजार से, आदि जगहों से अब इस सिस्टम से लोग रोजाना लाखो की संख्या में इन्टरनेट से जुड़ने लगे है


स्कूल में लैब की आवश्यकता

सरकारी स्कूल राजस्थान कंप्यूटर लैब की स्थिति व अनुदेशक की आवश्यकता
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भारत के हर राज्य में बच्चो की ललक कंप्यूटर शिक्षा की और बढ़ रही है बच्चे किताबो से पढने में कम रुझान ले रहे है पर कंप्यूटर के माध्यम से पढ़कर और उसे अपने दैनिक जीवन में सही से उपयोग कर सीखना चाहते है फिर कंप्यूटर से जुड़ कर वे अपने केरियर बनाना चाहते है ! जिनसे वे कंप्यूटर की दुनिया से जुड़कर स्कूल में नामांकन को भी बढ़ावा मिल रहा है , इसके साथ ही विधालयो में बच्चो का ठहराव भी सुनिश्चित होगा ! इन सब बातो को देखे तो भारत सरकार भारत को एक डिजिटल इंडिया के रूप में बढ़ावा दे सकेगी और भारत एक समृद्ध की और जाकर दुसरे देशो के बीच में अपनी पहचान बना पायेगा
   
     लाभ

बच्चे कंप्यूटर की दुनिया में रूचि दिखा सकेंगे ! और कंप्यूटर से सम्बन्धित कोई काम होगा वो कर पाएंगे साथ ही अपने केरियर को अलग-अलग भागो में बाँट सकेंगे ! उनके जीवन कौशल में वृद्धि होगी !अपने हाव-भांव को विकसित कर पाएंगे ! बच्चे उर्जावान हो सकेंगे समय की कीमत को समजेंगे तथा आने वाले समय में बेरोजगारी का सामना नही करना पड़ेगा ! अपनी मुलभुत आवश्यकताओ की पूर्ति कर कंप्यूटर जगत में सही राय पकड सकेंगे तथा भारत के हर राज्य में बच्चे बेरोजगार न होकर स्वय अपने केरियर बना सकेंगे !

हानि

भारत के हर राज्य में सभी स्कूल में कंप्यूटर लैब उपलब्ध तो है लेकिन उन लैब में कंप्यूटर को मिटटी ख़राब कर रही है, या फिर चूहे दवरा कंप्यूटर का तार काटा जा रहा है तथा वो ऐसे ही ख़राब हो रहे है !
इन सबकी वजह -


विधालय में लैब तो उपलब्ध है पर उनको चलाने के लिए या सिखाने के लिए कंप्यूटर अध्यापक नही है जिनसे विधालय में लैब लोहे की छड की तरह छड रही है ! कुछ अध्यापक होते है जो कंप्यूटर चला तो पाते है और कंप्यूटर सिखा भी सकते है लेकिन जब वो सिखाते है तब उनके विषय का कोर्स अधुरा रह जाता है तथा उनको पीरियड के लिए बाद में समय नही मिल पाता है ! इससे विधालय में जब तक कंप्यूटर के लिए अध्यापक नही लगायेंगे तब तक बच्चे का कंप्यूटर के प्रति रुझान अधुरा रह पायेगा ! बच्चा आजीवन अपने कौशल क्षमता को दबाए रखेगा !

क्या करे प्रयास सरकार -


भारत के कुछ राज्य में स्कूल लैब की रखरखाव तथा कंप्यूटर शिक्षा बच्चो तक पहुचाने का काम प्राइवेट NGO , व ठेकेदार द्वरा लगाये गए सविंदा कर्मी व कंप्यूटर अनुदेशक कर रहे है ! जिनको सैलरी भी कम प्राप्त हो रही है ! और वे रोजाना  सरकारी स्कूल, निजी स्कूल में जाकर विधार्थियों को ऑनलाइन कक्षा लेकर पढ़ा रहे है ! तथा वे विधालय में बच्चो को कंप्यूटर के माध्यम से पढ़ाते भी है और सिखाते भी है ! जिनसे बच्चे विधालय में समय पर आकर ज्ञान प्राप्त कर नामांकन में बढ़ोतरी कर पाने में सहायक हो रही है ठहराव सुनिश्चित हो रहा है
    लेकिन सरकार 5 वर्ष बाद बदल जाती है तब उन सविंदा कर्मियों को हटा दिया जाता है या फिर उन्हें बेरोजगार कर सड़क पर हड़ताल के लिए खड़ा कर दिया जाता है जिनसे बेरोजगारों की संख्या बढ रही है

ऐसे कैसे होगा आसान -

सविंदा कर्मी व ठेके पर लगाये गए कार्मिक व कॉनटेक्ट पर लगाये गए स्कूल में कर्मियों को सरकार दवरा नियमित कर उन्हें रोजगार उपलब्ध करवाना !
आज के युग में कंप्यूटर शिक्षा को अनिवार्य मानते हुए कंप्यूटर शिक्षा के लिए कंप्यूटर अध्यापक का जरुरी होना !
विधालय में कंप्यूटर लैब की सुरक्षा के लिए कंप्यूटर अनुदेशक को कंप्यूटर अध्यापक के रूप में नियुक्ति प्रदान कर विधार्थियों के हक़ में भागीदारी सुनिश्चित करवाना

  1. बच्चो का सर्वागींण विकास को बढ़ाना तथा विधालय में हर काम कंप्यूटर के माध्यम से होने लगा है और विधालय का यह काम कंप्यूटर अनुदेशाक एक कंप्यूटर अध्यापक नियुक्त होने के बाद कर सकेगा और विधालय में लगाये गए विषयाध्यापक अपने अपने विषय को पीरियड के हिसाब से पढ़ा सकेंगे साथ ही सभी कार्मिक अपने अपने काम में ललक बनाने में प्रयास कर सकेंगे !
  2. बच्चे समय समय पर विधालय आने में सहायक हो सकेंगे !
  3. कंप्यूटर में अपनी रूचि व कंप्यूटर के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे !
  4. ऐसे में बेरोजागार कंप्यूटर अनुदेशक को नियुक्ति प्रदान की जानी अनिवार्य है


राजस्थान में गोविन्द सिंह डोटासरा शिक्षा मंत्री ने आह्वान किया है की राजस्थान में जल्द ही सरकारी विधालय में कंप्यूटर अनुदेशक को कंप्यूटर अध्यापक के रूप में नियुक्त किया जायेगा लेकिन अभी यह प्रक्रियाधीन है सरकार ने अभी तक कंप्यूटर अनुदेशक के प्रति कोई फैसला नही लिया है जिनसे रोजाना हड़ताल व रैलिया निकालकर लोग अपने हक़ के लिए लड़ रहे है ऐसे में सरकार जल्द ही नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर सकेगी !

 राजस्थान में सरकारी विधालय में काम शाला दर्पण , शाला दर्शन , इंटीग्रेटेड पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन हो रहा है ! जिनसे बच्चो के एडमिशन से लेकर पूरी पढाई तक का काम , कार्मिको के वेतन का काम , उनके डाटा सम्बन्धित काम आदि इन पोर्टल दवरा हो रहा है इसके लिए कंप्यूटर अध्यापक राजस्थान के साथ ही अन्य राज्य में कंप्यूटर अध्यापक की भर्ती खोलकर और अनुदेशक को नियुक्ति प्रदान कर नई दिशा प्रदान करने का अथक प्रयास जरुर पूरा होगा  
                                                                    धन्यवाद 


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